जमशेदपुर । जमशेदपुर के पूर्व भाजपा सांसद और टीवी धारावाहिक महाभारत में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज ने कहा कि वे जमशेदपुर कभी नहीं छोड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी के एक-दो सदस्यों ने ऐसे हालात उत्पन्न कर दिए कि उन्हें जमशेदपुर छोड़ना पड़ा।
रविवार को यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुये भारद्वाज ने कहा कि करीब 22 साल पूर्व सांसद के रूप में उनका कार्यकाल मात्र 18 महीने का था। इतने कम समय में भी वे चाहते थे कि जनता की परेशानियों को नजदीक से देखें और उन्हें दूर करें। इसके लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याओं को सुनते और उसे दूर करने का हरसंभव प्रयास करते थे। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति जो सदा हमारे साथ रहा, आज वह झारखंड का मुख्यमंत्री है।
उन्होंने कहा कि 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने। यदि उस समय उनकी सरकार पूर्ण बहुमत में रहती तो 1996 में ही कश्मीर से अनुच्छेद 370 हट गया होता। कश्मीर एवं देश के लिए मोदी सरकार का यह फैसला सराहनीय है। नीतीश भारद्वाज ने कहा कि सबसे बड़ा दान अन्नदान होता है और उसके बाद विद्यादान। जमशेदपुर के पोटका आदि ग्रामीण क्षेत्र में पहले कोलकाता के माध्यम से वनबंधु परिषद् की ओर से एकल विद्यालय चला करता था। अब यहां पूर्वी सिंहभूम जिले द्वारा वन बंधु परिषद् एकल अभियान के तहत स्कूल चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब वे फिल्म निर्माण और लेखन कार्य कर रहे हैं। 2008 के बाद उन्होंने मराठी फिल्में बनाई, अब हिन्दी फिल्में बनाने जा रहे हैं।
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